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मैथिली शायरी काव्य कोष

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Monday, 24 July 2017

गीत~बरसे बदरिया सावन की

                             "मैथिली शायरी काव्य कोश"
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>>>> तीज @ गीत <<<<

बरसे बदरिया सावन की
रुत है सखी मनभावन की !
बालों में सज गया फूलों का गजरा
नैनों से झांक रहा प्रीतभरा कजरा !
राह तकूं मैं पिया आवन की
बरसे बदरिया सावन की !!

चमके बिजुरिया मोरी निंदिया उड़ाए
याद पिया की मोहे पल पल आए !
मैं तो दीवानी हुई साजन की
बरसे बदरिया सावन की !!

महक रहा है सखी मन का अँगन
आएंगे घर मोरे आज सजन !
पूरी होगी आस सुहागन की
बरसे बदरिया सावन की !!

चंदन की खुशबू, बादलों की फुहार
आप सभी को मुबारक हो तीज का त्यौहार !!

हम सचिन कुमार मैथिल  के तरफ स सब गोटे के तीज की हार्दिक हार्दिक बधाई आ  शुभकामनाएं !!


"मैथिली शायरी काव्य कोश"

 

                  शब्द रचना :
….. @सचिन कुमार मैथिल
 
__ "घर_ आमाटोल

__" पोस्ट_ बिरपुर
__" थाना_ बासोपट्टी
__" जिला_ मधुबनी                     
__" मिथिला, बिहार                                       
__" Date :- 24/07/2017                                    
__" Mo. 9576381126   

Monday, 17 July 2017

शायरी~जिनगी के पन्ना में


"मैथिली शायरी काव्य कोश"













जिनगी के पन्ना में लिखने छी अनेको अल्फ़ाज हम !
बौवा जका काईन परली ज पैढ़ क देखली फेर स आई हम !

केकरो प प्रेमक भुत सवार भा जाए त द देबै पढबाक लेल ! 📘 📝 किताब में नोर स लिख देने छी सबटा राज हम !
रास्ता बदैल क निकैल जाइ छै ऊ वीरान जका आब !
जेकरा प केने रही जिनगी में कहियो बहुतेक नाज हम !.........



"मैथिली शायरी काव्य कोश"



      शब्द रचना :
….. @सचिन कुमार मैथिल
 
__ "घर_ आमाटोल

__" पोस्ट_ बिरपुर
__" थाना_ बासोपट्टी
__" जिला_ मधुबनी                     
__" मिथिला, बिहार                                       
__" Date :- 29/11/2017                                    
__" Mo. 9576381126  

Saturday, 15 April 2017



















__✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "आमाटोल बासोपट्टी"



Image may contain: outdoorनै करू यहाँ मिथिल्क
नाम बदनाम यउ।।
जुरल एच्छ मिथिला स
साथी यहुक नाम यउ।।

कतेक यहाँ पैसा कमेबै
किछ त कमाऊ नाम यउ।।

काज किछ निक करू साथी
अपन मिथिला के बढाऊ सान यउ।।

डाहा घमण्डी मोन से हटाऊ
यहाँ सब के करू उपकार यउ।।

यहाँ अपना प घमण्ड तब करब
जब यहाँ के मिलत कोइ इनाम यउ।।

यहू अछि साथी मिथिल्क बासी
किया करै अछि मिथिल्क अपमान यउ।

यहू के मोन में एच्छ सीता माई के बास
यहू अछि साथी मिथिल्क समाज यउ।।

हेलो साथी सही बात छै की नै।।।
✔ अपन मिथिला

__✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "आमाटोल बासोपट्टी"

राधे राधे कृष्ण ' तुजे ओढ़ लू या तेरा लिबास हो जाऊ '



__✍ सचिन कुमार मैथिल



तुजे ओढ़ लू या तेरा लिबास हो जाऊ , !
तेरे रंगों में ढल कर इक अहसास हो जाऊ कन्हैया
इक रात जो मिले मुझे तेरी ज़ात से तू
समंदर बन जा और में तेरी प्यास बन जाऊ कन्हैया
तेरे वजूद से है मेरे चेहरे पे ख़ुशी की खनक
तेरा चहेरा ना देखू तो श्यामा उदास हो जाऊ
बस इतनी सी ख्वाइश हे जिंदगी में कृष्ण कन्हैया
फिर भले में किस्सा बनू या फना हो जाऊ
तेरे लब्स तेरे हाथ मेरे इक इक नक्श अमर कर ले
तू मुझे भूल ना पाए मैं इतनी तेरी ख़ास हो जाऊ कन्हैया


__✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "बासोपट्टी आमाटोल"

Mithiala Me Andhkar मिथिला मे अंधकार

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__✍ सचिन कुमार मैथिल
 
Image may contain: sky, tree and outdoor🕶धुआँ सँ मिथिला मे अंधकार 🕶
मधेश मे आगि सुलैयग रहल अछि
भ्रष्टाचार मे मिथिला झरैकि रहल छय
दैवक कहु या दानवक केहर बर्षैय छय
आगि दहेज कऽ सेहो मिथिले मे लहरैय छय

प्रदुषित हावा सँ मधेश केरऽ भोथि देलकय
ईतिहाँस मे मिथिला केरऽ किए तोपि देलकय
जनक जननी माँई मिथिला केरऽ आई लोक
बाग केरऽ फूल जकाँ किए मचोरि देलकय

केहन लिखलैनि बिधना भाग्य मिथिला केरऽ
भ्रष्टाचार केरऽ हुरी मे सब ऊधिया गेलय
समाज घुसल अछि भ्रष्टाचार केरऽ संजाल मे
ढौआ केरऽ आगु सब अस्तित्व बेच गेलय

मिथिला केरऽ मान सम्मान आब कैद भगेल
जँ रहय ईतिहाँस मे मान ओ भद्द भगेल
कियो नहि रहल कारीख,गोविंद आ चुहरमल जकाँ
जँ कियो रखैय ये लात फुटैय ये शिशा जकाँ

मिथिला केरऽ दृढ़त सँ जागल मधेस
पाथर केरऽ शिला सँ मिलय ये संदेश
बलिदानी केरऽ भव्य मूर्ति सँ मिलय
कर्तव्य आ विकट त्याग केरऽ संदेश


__✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "बासोपट्टी आमाटोल"

Tuesday, 11 April 2017

गजल ~ अहाँ के फोटो अखनो देखै छी असगरे में

गजल ~ अहाँ के फोटो अखनो देखै छी असगरे में


   
__✍ सचिन कुमार मैथिल  
हाल__"बासोपट्टी आमाटोल"
पोसट _ बीरपुर
थाना  _ बासोपट्टी
जिला_ मधुबनी ( बिहार ) 847225
मोबाइल नो. +91 9576381126









__✍ सचिन कुमार मैथिल 

























आहाँक याद जखन सतबैत अछि हमरा असगरे मे !
हमर धरकन किछ गुनगुनाईत रहैत अछि असगरे मे !!
कखनो आहाँ चलि आउ खुलल अछि मोनाक केबार
हमर प्रीत आईयो बजबैत अछि आहाँके असगरे मे !
आब त आहाँ चैन सं सुतहु नै दैत छि राति मे
सपनो मे आवि, आवि जगबैत छि हमरा असगरे मे !!

आहाँ त गुमसुम रहैत छि प्रेम मे लुटाकय सबकिछ
आहाँक नाम लिख लिख हम मेटबई छि असगरे मे !
अनहार राईत, वर्षा-बिहाईर किछियो रहैत अछि तैयो
प्रेमक दीप बारने हमरा लग अबै छि आहाँ असगरे मे !!

प्रेम त अछिय आहाँक गजब शरारत सहो अजिब अछि
बहुत सिद्दत स प्रेमक अर्थ बुझबैत छि आहाँ असगरे मे !
आहाँक ईमेल, फोटो, मेसेज सब रखने छि आई धरि
आहाँक मिसकल येखनो अबैत अछि हमरा असगरे मे !!

अहाँ के फोटो अखनो  देखै रहैत छी असगरे में  

__✍ सचिन कुमार मैथिल  
हाल__"बासोपट्टी आमाटोल"
पोसट _ बीरपुर
थाना  _ बासोपट्टी
जिला_ मधुबनी ( बिहार ) 847225
मोबाइल नो. +91 9576381126






******** मैथिली गजल ********


 ******** मैथिली गजल ********

अहाँ जे देलीयै ऊ रुमाल एखनो रखने छी
पहिल भेँटक ऊ गुलाब एखनो रखने छी
समयकेँ अन्हरमेँ उड़ि गेलै पन्ना बहुत
फाटल छै मुदा ऊ किताब एखनो रखने छी
निसाँ उतरै कहूँ पिबी लै छी जखन तखन
अहाँक इयादक शराब एखनो रखने छी
मानैत छी किछु हमरो दोष छलै पक्का मुदा
अहाँपर अपन बिश्वास एखनो रखने छी
निपल रखैत छी अँहि लेल मोनक आँगन
अहाँ बिनु आँगन उजाड़ एखनो रखने छी
कर्जा सधा लिअ अँहिक मोनके शान्ति भेटत
हमर जे प्रेमक उधार एखनो रखने छी
हमर गजल पढ़ि साइद अहाँ बुझि जेबै
पतझड़ छै बसन्ती आस एखनो रखने छी….!


__✍ सचिन कुमार मैथिल 

हाल__"बासोपट्टी आमाटोल"
पोसट _ बीरपुर
थाना  _ बासोपट्टी
जिला_ मधुबनी ( बिहार ) 847225
मोबाइल नो. +91 9576381126
__****_'मैथिलि कविता'_****













*मधुरी बोलि टीका चानन,खाई मगहिया पान यौ !
हम सब छी मिथिला के वासी,मैथिल हमर नाम यौ !!

सीतामढ़ी अछि माँ जगदम्बा,सीताजी के गाम,
धनुष यज्ञ में धीर वीर के टूटल छैन गुमान !
बनला तोड़ीते धनुष रामजी सियापति राम यौ !
हम सब छी मिथिला के वासी,मैथिल हमर नाम यौ !!

भोले शंकर शिव त्रिपुरारी,अयला मिथिला धाम,
उगना बनीक विद्यापति,के केलहिंन् सगरो काम !
कुर्ता, धोती लाल, अंगोछा,टिक हमर पहचान यौ !
हम सब छी मिथिला के वासी,मैथिल हमर नाम यौ !!

थानेश्वर, कपलेश्वर बाबा, कुशेश्वर धाम,
उच्चैठ दुर्गा माताजी,अहिल्या स्थान !         
खेलु सामा--चकेबा गाऊ,जट--जटिन गान यौ !     
हम सब छी मिथिला के वासी,सचिन मैथिल हमर नाम यौ  

दही--चूड़ा तरुआ--तीमन, नमी मालदह आम,
छठी माई के पूजा करू गंगा स्नान !
सब कोई हाथ जोड़ि करूं मिथिला प्रणाम यौ !
हम सब छी मिथिला के वासी,सचिन मैथिल हमर नाम यौ !!


------> जय मिथिला जय मैथिल जय जानकी जी <------

__✍ सचिन कुमार मैथिल

      
       "आमाटोल बासोपट्टी"

Thursday, 11 February 2016

bacha k rakhu ~पानी आँखी केर बचा क’ राखू



पानी  आँखी केर बचा क’ राखू
सुन्दर सपना सजा क’ राखू
जागल लोक रहैए सूतल
सूतल सभके  जगा क’ राखू
लोके ले’ ई विधि-विधान अछि
लोकक खातिर  जिया  क’ राखू
मरुभूमिमे जल नै भेटत
अपन मोनके  बुझा क’ राखू
हेरा जाएत जे कीछु भेटल
कतबो कतहु नुका क’ राखू
बर आ कनिनयाँके मंगल हो
लfय एकहिटा बना क’ राखू
संग ‘अनील’ हम छोड़ू कोना
हँसा क’ अथवा कना क’ राखू



…..✍जगदश च ठाकुर ‘अनल’

Friday, 27 November 2015

Sama chkeba ~ -- समा चकेबा

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 -- समा चकेबा -- 

 -- समा चकेबा -- 

भरि साल ओ रहली सासुर
नैहर आबो त आबू
एलै देखियौ खरनाके दिन
सामा चलू बनाबू

छोटकी बहिनो समा बनतै
जेठकी दिदी चकेबा
हम बनाबी ढोलकियासब
भौजी बनबू चुगला

एलै एहन सोहाबन राइत
चकमक करै चंगेरा
ताँहिपर चारुदिस पसरल
सामा दाइके डेरा

गैयौ सबकिओ गीत गोसाओन
करियौ श्री गणेश
भैया जिता' सालो-साल
करथिन् कृपा महेश

समा-चकेबा खेलू बहिना
नीक गीतसब गाबू
भैया घर हो अनधन सोना
चुगलाके मुंह झरकाबू


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….. सचिन कुमार मैथिल
__ "आमाटोल बासोपट्टी "
__ " मधुबनी " मिथिला "
__ "( बिहार )
__ "Date :- 27-11-2015