जिनगी के पन्ना में लिखने छी अनेको अल्फ़ाज हम !
बौवा जका काईन परली ज पैढ़ क देखली फेर स आई हम !
केकरो प प्रेमक भुत सवार भा जाए त द देबै पढबाक लेल !
📘
📝 किताब में नोर स लिख देने छी सबटा राज हम !
रास्ता बदैल क निकैल जाइ छै ऊ वीरान जका आब !
जेकरा प केने रही जिनगी में कहियो बहुतेक नाज हम !.........
"मैथिली शायरी काव्य कोश"
शब्द रचना :
…..✍ @सचिन कुमार मैथिल
__ "घर_ आमाटोल
बौवा जका काईन परली ज पैढ़ क देखली फेर स आई हम !
केकरो प प्रेमक भुत सवार भा जाए त द देबै पढबाक लेल !


रास्ता बदैल क निकैल जाइ छै ऊ वीरान जका आब !
जेकरा प केने रही जिनगी में कहियो बहुतेक नाज हम !.........
"मैथिली शायरी काव्य कोश"
शब्द रचना :
…..✍ @सचिन कुमार मैथिल
__ "घर_ आमाटोल
__" पोस्ट_ बिरपुर
__" थाना_ बासोपट्टी
__" जिला_ मधुबनी
__" मिथिला, बिहार
__" Date :- 29/11/2017
__" Mo. 9576381126
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