
मैथिली शायरी काव्य कोष
..............गजल ...............चाँद सं सुनर रूप आहाँ के
आँइख में काजर कटोर यै !!
तै पर सं ठोरक लाली
लागै छी बहुतेक बेजोड़ यै !!
मांथक बिंदिया चमकैया
हाथक कंगना खनकैया
लाल सारी में परी लागैछी
पायल मचाबैया सोर यै
चाँद सं सुनर रूप आहाँ के
आँइख में काजर कटोर यै !!
तै पर सं ठोरक लाली
लागै छी बहुतेक बेजोड़ यै !!
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…..✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "घर_ आमाटोल
__" पोस्ट_ बिरपुर
__" थाना_ बासोपट्टी
__" जिला_ मधुबनी
__" मिथिला " ( बिहार )
__" Date :- 05/11/2017
__" Mo. 9576381126
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