maithilpremi Sachin kumar maithil

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Wednesday, 18 October 2017

Gajal Dayari jinadgi डायरी जिनगी













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डायरी जिनगी 

`````````` कविता ``````````
📚 डायरी जिनगी 📚


आँसू सं धूवल सब ख़ुशी जका
रिश्ता होइत ऐच्छ सायरी जका !!
जब कहिओ बादल में घेराइत छै
त चाँद लगैत ऐच्छ आदमी जका !!
किओ चाँद किओ सितारा छै
आहाँ सोझां में आउ रोशनी जका !!
सब नजैर के दोस ऐच्छ वर्ना
कोई होइत नै केकरो दोसर जका !!
सुन्दर, उदास, मासूम, सब छै ऊ सब लगै छै बीसवीं सदी जका !!
                 हम जानै छी की एक दिन हमरा
                  वक़्त बदैल देत डायरी जका !!
                   _________xx__________


….. सचिन कुमार मैथिल
__ "घर_ आमाटोल
__" पोस्ट_ बिरपुर
__" थाना_ बासोपट्टी

__" जिला_ मधुबनी
__" मिथिला " ( बिहार )
__" Date :-12/10/2017

__" Mo. 9576381126

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