maithilpremi Sachin kumar maithil

मैथिली शायरी काव्य कोष

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Saturday, 16 June 2018

Thursday, 31 May 2018

चलु यौ मिथिला धाम

कविता -- (चलु यौ मिथिला धाम )
( जानकी मंदिर 'जनकपुर धाम' )
मिथिला धाम के चर्चा छै -
__________सगरो दुनियां जहान  !
भेटत ओईय सब कोई के यौ - 
_____________ऐक रंग सम्मान  !
अपन मिथिला दुनियां में - 
_____________छै बहुतेक महान  !
चलु यौ मिथिला धाम -
_________चलु यौ मिथिला धाम  !!

नैना भुटका सब कोई  मिलत -

___________मिलत कवी विद्धान  !
घुमै ला  जनकपुर चलब -
____________सीता माई के गाम  !
माँ जानकी के दरशन पाइब क -
___________भ जाइब अहुं महान  !
चलु यौ मिथिला धाम -
_________ चलु यौ मिथिला धाम  !!

कहै छी सुनु हम 'पूजा मैथिलि ' -

___________हाथ जोईरक  प्रणाम !
सचिन  भाई जी के सहयोग सं  -
__________ई कविता भेल निर्माण !
चलु यौ मिथिला धाम -
_________ चलु यौ मिथिला धाम   !!

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मैथिली शायरी काव्य कोश 
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---- शब्द रचना 
© .✍ पूजा कुमारी 'मैथिलि' 
__आमाटोल बीरपुर
__बासोपट्टी मधुबनी
__`मिथिला '( बिहार )



Thursday, 24 May 2018

अपना बना लिय ...

○ गजल     ...


ऊ प्रेम जे आहाँ के दिल में ऐच्छ
हमरा आई बता दिय

आई अहिं कहु आ कहैत जाऊ
बस हम सुनैत रही
एहन कोनो जादू चला दिय - 2

आऊ दुनू मिली एक भ जाई
ई प्रेम के दुनिया मे
हमरा प्रेम के अमर बना दिय  -2

दुनिया देख नै पाबै हमरा
अपना दिलकऽ कोना में छुपा लिय
एक जनम के बाते छोरु
सतो जनम के लेल अपना बना लिय - 2


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"मैथिली शायरी काव्य कोश
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S.k maithil
----रचनाकार
© .✍ सचिन कुमार मैथिल `प्रेमी'
__आमाटोल बीरपुर
__बासोपट्टी मधुबनी
__`मिथिला '( बिहार )

प्रेमक रोग.

○ गजल     ...



नेह प्रीतक लगा क मुह मोइर लेलौं किया !!
प्रेमक रोग लगा क आहाँ छोइर गेलौं किया !!

मनो नै लागैया इजोरिया राइत में  
हमर जिनगी अन्हार बनेलौं  किया  
एखनो धैर बाट जोहै  छी अहिं के  
घुइर क हमरा जिनगी में ऐलौं नै किया !!

आहीं संग बीतेबई जिनगी केने छेलौं वादा  

वादा कईर क आँहा #बिभा वादा निभैलौं नै किया - 2  
बहुतेक दिन देखला भ गेल आहाँ के जानू  
राइत सपना में आहाँ एलौं नै किया  !!

सचिन मैथिल के पहचान  छली आहीं  

पहचान बैन का नै तं
आने  बैन क जिनगी में रैह गेलौं नै किया -2  

प्रेमक रोग लगा क आहाँ छोइर गेलौं किया !!

नेह प्रीतक लगा क मुह मोइर लेलौं किया  !!



https://www.facebook.com/sachinkumar.raj.33
..✍ सचिन कुमार मैथिल 'प्रेमी '
_ "घर, आमाटोल
_" पोस्ट, बिरपुर
_" थाना ,बासोपट्टी
_" जिला ,मधुबनी
__" मिथिला " ( बिहार )

Wednesday, 16 May 2018

https://www.facebook.com/apeaksha.vyas

Thursday, 12 April 2018

हमर घर ।



घर त ऐगो मन्दिर होई छै ।

जय मिथिला जय मैथिलि जय जानकी जी ।

Kavita Gajal Shayari 'मैथिली कविता गजल शायरी काव्य कोष ' ( सचिन मैथिल हमर नाम यौ ): हम, महका करेंगे .. सचिन कुमार मैथिल

Kavita Gajal Shayari 'मैथिली कविता गजल शायरी काव्य कोष ' ( सचिन मैथिल हमर नाम यौ ): हम, महका करेंगे .. सचिन कुमार मैथिल



गजल

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प्रेम के मजधार डुबी  छोर जा क की  हेतै

डुबने जिनगी जौं भेटय शोर जा क की हेतै

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चान तारा तोरि लायव बौंसि मोने जा कहल

राति भरि भागल रहल जौं भोर जा क की हेतै

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ठोर मुश्की मारि देलक जे कहथि गरदनि लगा

से हिया के तोरि  खसबय  नोर जा क की हेतै

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मोरनी बनि प्रेम नगरी नाचि नहि सकलौं मुदा

त ओहो मृग बुझि भागल मोर जा क की हेतै

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नाव जौं सागर डुमाबय की कहव पतवार के

अदिति मन करिखा भरल से गोर जा क की हेतै

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                       कवियित्री

                      अदिति झा