maithilpremi Sachin kumar maithil

मैथिली शायरी काव्य कोष

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Thursday, 12 April 2018

Kavita Gajal Shayari 'मैथिली कविता गजल शायरी काव्य कोष ' ( सचिन मैथिल हमर नाम यौ ): हम, महका करेंगे .. सचिन कुमार मैथिल

Kavita Gajal Shayari 'मैथिली कविता गजल शायरी काव्य कोष ' ( सचिन मैथिल हमर नाम यौ ): हम, महका करेंगे .. सचिन कुमार मैथिल



गजल

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प्रेम के मजधार डुबी  छोर जा क की  हेतै

डुबने जिनगी जौं भेटय शोर जा क की हेतै

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चान तारा तोरि लायव बौंसि मोने जा कहल

राति भरि भागल रहल जौं भोर जा क की हेतै

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ठोर मुश्की मारि देलक जे कहथि गरदनि लगा

से हिया के तोरि  खसबय  नोर जा क की हेतै

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मोरनी बनि प्रेम नगरी नाचि नहि सकलौं मुदा

त ओहो मृग बुझि भागल मोर जा क की हेतै

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नाव जौं सागर डुमाबय की कहव पतवार के

अदिति मन करिखा भरल से गोर जा क की हेतै

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                       कवियित्री

                      अदिति झा

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