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Thursday, 24 May 2018

प्रेमक रोग.

○ गजल     ...



नेह प्रीतक लगा क मुह मोइर लेलौं किया !!
प्रेमक रोग लगा क आहाँ छोइर गेलौं किया !!

मनो नै लागैया इजोरिया राइत में  
हमर जिनगी अन्हार बनेलौं  किया  
एखनो धैर बाट जोहै  छी अहिं के  
घुइर क हमरा जिनगी में ऐलौं नै किया !!

आहीं संग बीतेबई जिनगी केने छेलौं वादा  

वादा कईर क आँहा #बिभा वादा निभैलौं नै किया - 2  
बहुतेक दिन देखला भ गेल आहाँ के जानू  
राइत सपना में आहाँ एलौं नै किया  !!

सचिन मैथिल के पहचान  छली आहीं  

पहचान बैन का नै तं
आने  बैन क जिनगी में रैह गेलौं नै किया -2  

प्रेमक रोग लगा क आहाँ छोइर गेलौं किया !!

नेह प्रीतक लगा क मुह मोइर लेलौं किया  !!



https://www.facebook.com/sachinkumar.raj.33
..✍ सचिन कुमार मैथिल 'प्रेमी '
_ "घर, आमाटोल
_" पोस्ट, बिरपुर
_" थाना ,बासोपट्टी
_" जिला ,मधुबनी
__" मिथिला " ( बिहार )

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