○ गजल ...

ऊ प्रेम जे आहाँ के दिल में ऐच्छ
हमरा आई बता दिय
आई अहिं कहु आ कहैत जाऊ
बस हम सुनैत रही
एहन कोनो जादू चला दिय - 2
आऊ दुनू मिली एक भ जाई
ई प्रेम के दुनिया मे
हमरा प्रेम के अमर बना दिय -2
दुनिया देख नै पाबै हमरा
अपना दिलकऽ कोना में छुपा लिय
एक जनम के बाते छोरु
सतो जनम के लेल अपना बना लिय - 2
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"मैथिली शायरी काव्य कोश"
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S.k maithil

© .✍ सचिन कुमार मैथिल `प्रेमी'
__आमाटोल बीरपुर
__बासोपट्टी मधुबनी
__`मिथिला '( बिहार )
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