
एगो नया रिसता ..........
कतौ देखने रही हम आहाँ के
जे हमारा बिस्वास भ गेल
जहिया उदास होइ छली हम
आहाँ हँसा दै छली हमारा
जे हमरा याद आईब गेल
एगो प्रेम सं भरल रिसता छलै उ हमर
जे हमरा आइयो याद अबैत ऐच्छ
हरा गेल छल बीरान दुनिता में उ कतौ
जे हरदम हमरा साथ रहै छल
आई एगो अनजान जका हाथ मिलाबैत ऐच्छ उ
जे कहियो छोट सं छोट बात हमरा बता दैत छल
कतौ मिलत उ कोनो मोर प्
त उनका हमर संदेश द देबै
कोई छै जे अईयो उनकर इंतजार क रहल छै
जेकरा उ अपन सच्चा साथी कहै छल
आई फेर सं उ दोस्त मिल गेल .......2
आई फेर सं उ दोस्त मिल गेल .......2



शब्द रचना :
…..✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "घर_ आमाटोल
जे हमरा आइयो याद अबैत ऐच्छ
हरा गेल छल बीरान दुनिता में उ कतौ
जे हरदम हमरा साथ रहै छल
आई एगो अनजान जका हाथ मिलाबैत ऐच्छ उ
जे कहियो छोट सं छोट बात हमरा बता दैत छल
कतौ मिलत उ कोनो मोर प्
त उनका हमर संदेश द देबै
कोई छै जे अईयो उनकर इंतजार क रहल छै
जेकरा उ अपन सच्चा साथी कहै छल
आई फेर सं उ दोस्त मिल गेल .......2
आई फेर सं उ दोस्त मिल गेल .......2




…..✍ सचिन कुमार मैथिल
__ "घर_ आमाटोल
__" पोस्ट_ बिरपुर
__" थाना_ बासोपट्टी
__" जिला_ मधुबनी
__" मिथिला, बिहार
__" Date :- 12/09/2017
__" Mo. 9576381126
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